15 साल की उम्र में अलका याग्निक ने गाया था अमिताभ बच्चन का ये गाना, इस वजह से छोड़ा संगीत !
अगर आप 90 के दशक के गाने के दिवाने हैं तो आपने सिंगर अलका याग्निक के गाने जरूर सुने होंगे। गायिका आज अपना जन्मदिन बना रही हैं। अलका का जन्म कोलकाता के एक मिडिल क्लास फैमिली में हुआ था। उन्होंने अपनी मां शुभा याग्निक से शास्त्रीय संगीत सीखना शुरू किया था। घर में संगीत का माहौल होने के कारण उनकी भी संगीत में रुचि बढ़ती गई। महज 6 साल की उम्र में उन्होंने काम करना शुरू कर दिया था। अलका आकाशवाणी कोलकाता में गाने लगी थीं।
अलका 10 साल की उम्र में अपनी मां के साथ मुंबई आ गईं और फिल्ममेकर राज कपूर से मिलीं। राज कपूर को अलका की आवाज बहुत पसंद आई और उन्हें लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल से मिलवाया। 14 साल की उम्र में अलका ने फिल्म ‘पायल की झंकार’ का ‘थिरकत अंग लचक झुकी’ गाया।
इसके बाद उन्होंने 1981 में फिल्म ‘लावारिस’ का गाना ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है’ गाया। बावजूद इसके उन्हें काफी स्ट्रगल करना पड़ा। 1988 में आई फिल्म ‘तेजाब’ के गाने ‘एक दो तीन’ के बाद अलका को प्लेबैक सिंगर के रूप में पहचान मिली। एक दो तीन’ के बाद अलका अब तक करीब 700 फिल्मों में 20 हजार से ज्यादा गाने गा चुकी हैं। अलका ने 1989 में नीरज कपूर से शादी कर ली थी, हालांकि वह पिछले 25 साल से अपने पति से अलग रह रही हैं।
अल्का याग्निक कुछ समय से गाना नहीं गा रही हैं। इसकी वजह आज के संगीत में बदलाव को मानती हैं। बॉलीवुड के गानों में इतना बदलावा आ गया है कि 90 के दशक के सिंगर जैसे कुमार शानू, उदित नारायण और अल्का याग्निक को काम मिलना ही बंद हो गया है।
अलका ने बॉलीवुड में कई सुपरहिट गाने दिए हैं। जिनमें ‘अगर तुम साथ हो’, ‘टिप टिप बरसा पानी’, ‘मैयां यशोदा’, ‘चुरा के दिल मेरा’, ‘परदेसी परदेसी’, ‘तुझे याद न मेरी आई’, ‘दिल लगा लिया’, ‘कुछ कुछ होता है’, ‘चांद छुपा बादल में’, ‘ऐ मेरे हमसफर’ जैसे कई गाने शामिल हैं। 7 बार फिल्मफेयर और दो नेशनल अवॉर्ड्स से नवाजी गईं अलका की आवाज आजकल कम ही फिल्मों में सुनाई पड़ती है।