भारत के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने हिंदी सिनेमा में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में की हैं। राजेश खन्ना की फिल्मों की सबसे खास बात ये होती थी कि कहानी के साथ साथ गाने और डायलॉग्स भी सुपरहिट हो जाया करते थे। शायद ही आज तक किसी बॉलीवुड स्टार को राजेश खन्ना जैसी शोहरत मिली हो। हालांकि जब राजेश खन्ना का डाउनफॉल आया तब वह बिल्कुल अकेले पड़ गए थे।
राजेश खन्ना की इमेज रोमांटिक और रूमानी एक्टर की थी। लेकिन जैसे-जैसे अमिताभ जैसे कलाकार आए और अलग तरह की फिल्में की, दर्शकों का उस ओर ध्यान गया और लोग रोमांटिक फिल्मों से हटकर वैसी फिल्में भी पसंद करने लगे। नतीजा एक तरफ अमिताभ हिट होते जा रहे थे, दूसरी तरफ राजेश खन्ना की फिल्में फ्लॉप होने लगी थी। लेकिन तब भी राजेश को अपनी रोमांटिक छवि पर भरोसा था। दो फिल्मों के फ्लॉप होने के बाद राजेश खन्ना को फिल्म ‘महबूबा’ से बहुत उम्मीदें थी, क्योंकि शक्ति सामंत के साथ उनकी पिछली 3 फिल्में हिट थी।
एक इंटरव्यू के दौरान राजेश खन्ना पर बात करते हुए अभिनेता प्रेम चोपड़ा ने कहा था कि राजेश खन्ना खुद को वक्त के साथ बदल नहीं पाए थे। जो काम अमिताभ बच्चन ने किया था, वो राजेश खन्ना नहीं कर पाए। वह अपनी पुरानी सफलता में ही डूबे रहे।
वहीं, अमिताभ बच्चन को देखते हुए फिल्ममेकर महेश भट्ट ने भी उनकी तुलना आखिरी मुगल बादशाह से कर दी थी। वरिष्ठ पत्रकार और लेखक यासिर उस्मान राजेश खन्ना की जीवनी में लिखते हैं कि फिल्ममेकर महेश भट्ट ने कहा था कि उनकी हालत मुगल सल्तनत के आखिरी बादशाह बहादुरशाह जफर जैसी हो गई थी। जफर की तरह राजेश खन्ना भी ऐसा सुल्तान था जो अपना सल्तनत खो चुका था लेकिन यह मानने को तैयार नहीं था कि अब उस का जमाना नहीं रहा।
हालांकि बाद के दिनों में राजेश खन्ना को अपनी गलती का एहसास भी हुआ था। साल 1990 में में दिए एक इंटरव्यू के दौरान इस बात को स्वीकार भी किया था। इस इंटरव्यू में राजेश खन्ना ने कहा था कि मैं अपने आप को भगवान के बराबर समझने लगा था। इस दौरान उनके साथ अमिताभ बच्चन भी मौजूद थे।